Amazing Facts About Haryana India - हरियाणा की जानकारी, तथ्य, इतिहास

Haryana / हरियाणा उत्तर भारत में स्थित एक राज्य है। ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक इकाई के रूप में हरियाणा का अस्तित्व प्राचीन काल से मान्य रहा है। मनु के अनुसार इस प्रदेश का अस्तित्व देवताओं से हुआ था, इसलिए इसे ‘ब्रह्मवर्त’ का नाम दिया गया था। इस क्षेत्र में विभिन्न निर्णायक लड़ाइयाँ भी हुई हैं जिसमें भारत का अधिकत्तर इतिहास समाहित है। आइये जाने हरियाणा के बारे में और अधिक जानकारी.. 


हरियाणा की जानकारी एक नजर में – Haryana Information, Facts & History In Hindi

Amazing Facts About Haryana India - हरियाणा की जानकारी, तथ्य, इतिहास


1).हरियाणा की स्थापना 1 नबम्बर 1966 में हुई थी।
2). हरियाणा की राजधानी चण्डीगढ़ है।
3). हरियाणा में विधान सभा की 90 लोकसभा की 10 तथा राज्य सभा की 5 सीटें हैं।
4). राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली हरियाणा से तीन ओर से घिरी हुई है।
5). हरियाणा का क्षेञफल 44212 किमी है।
6). राज्य में सडकों की कुल लंबाई 34772 किमी है (2015 के अनुसार)।
7). अम्बाला, पानीपत, और जखाल यहॉ के प्रमुख रेलवे स्टेशन हैं।
8). यहॉ जिलों की संख्या 22 है।
9). हरियाणा की राजकीय भाषा ‘हिंदी’ है।
10). हरियाणा का राजकीय पशु ‘काला हिरन’ है।
11). हरियाणा का राजकीय फूल कमल है।
12). हरियाणा का राजकीय वृक्ष ‘पीपल’ है।
13). हरियाणा का राजकीय पक्षी ‘काला तीतर’ है।
14). यमुना और घाघरा यहॉ बहने वाली प्रमुख नदीयाॅ हैं।
15). हरियाणा देश का पहला राज्य है जहॉ 1970 में सभी राज्यों में बिजली की व्यवस्था की गई थी।
16). हरियाणा, भारत के अमीर राज्यों में से एक है और प्रति व्यक्ति आय के आधार पर यह देश का दूसरा सबसे धनी राज्य है।
17). इसके अतिरिक्त भारत में सबसे अधिक ग्रामीण करोड़पति भी इसी राज्य में हैं।
18). भारत में हरियाणा यात्रि कारों, द्विचक्र वाहनों और ट्रैक्टरों के निर्माण में सर्वोपरी राज्य है।
19). हाेला , दिवाली, तीज, गुग्गापीर, और सॉझी यहॉ के प्रमुख पर्व हैं।
20). गुडगांव स्थित सुल्तान पुर राष्ट्रीय उद्यान हरियाणा का एकमाञ राष्ट्रीय उद्यान है।
21). इसकी सीमायें उत्तर में हिमाचल प्रदेश, दक्षिण एवं पश्चिम में राजस्थान से जुड़ी हुई हैं। यमुना नदी इसके उत्तराखण्ड और उत्तर प्रदेश राज्यों के साथ पूर्वी सीमा को परिभाषित करती है।
22). हिन्दू मतों के अनुसार महाभारत का युद्ध कुरुक्षेत्र में हुआ (इसमें भगवान कृष्ण ने भागवत गीता का वादन किया)। इसके अलावा यहाँ तीन पानीपत की लड़ाइयाँ हुई।
23). हरियाणा के विषय में वैदिक साहित्य में अनेक उल्लेख मिलते हैं। इस प्रदेश में की गई खुदाईयों से यह ज्ञात होता है कि सिंधु घाटी सभ्यता और मोहनजोदड़ों संस्कृति का विकास यहीं पर हुआ था।
24). इस राज्य को ब्रह्मवर्त तथा ब्रह्मर्षि प्रदेश के अतिरिक्त ‘ ब्रह्म की उत्तरवेदी’ के नाम से भी पुकारा गया। इस राज्य को आदि सृष्टि का जन्म-स्थान भी माना जाता है।
25). यह भी मान्यता है कि मानव जाति की उत्पत्ति जिन वैवस्तु मनु से हुई, वे इसी प्रदेश के राजा थे। ष्अवन्ति सुन्दरी कथाष् में इन्हें स्थाण्वीश्वर निवासी कहा गया है।
26). पुरातत्वेत्ताओं के अनुसार आद्यैतिहासिक कालीन-प्राग्हड़प्पा, हड़प्पा, परवर्ती हड़प्पा आदि अनेक संस्कृतियों के अनेक प्रमाण हरियाणा के वणावली, सीसवाल, कुणाल, मिर्जापुर, दौलतपुर और भगवानपुरा आदि स्थानों के उत्खननों से प्राप्त हुए हैं।
27). प्राचीन हरियाणा की सबल गण-परम्परा के फलस्वरूप ही यहां के लोग सदा जनवादी बने रहे और कालांतर में उन्होने हर उस साम्राज्यवादी शक्ति से टक्कर ली जिन्होने भी उनकी जनवादी व्यवस्था में हस्तक्षेव किया। सन् 1857 का जन-विद्रोह भी उसी आस्था का प्रतीक था।
28). तत्कालीन समय में हरियाणा में हसन खाँ मेवाती, जलाल खाँ तथा मोहन सिंह मंढार की रिसायतंें सर्वाधिक प्रसिद्ध थीं।
29). सन 1504 में इस प्रदेश को सरदार शेरशाह सूरी ने हुमायूं से छीन लिया। शेरशाह ने हरियाणा की शासन-व्यवस्था में विशेष-रूचि ली और उसने हरियाणा केकिसानों की स्थिति को उत्तम बनाने के लिए अनेक सुधार किये।
30). मुगल शासक शाहजहाँ ने अपने शासनकाल के दौरान हरियाणा की शासन-व्यवस्था में परिवर्तन किये।
31). 3 मार्च, 1707 में औरंगजेन की मृत्यु के पश्चात् हरियाणा से मुगलों का अधिपत्य धीरे-धीरे समाप्त हो गया।
32). सन 1754 में आलमगीर (मराठों द्वारा बनाया गया शासक) ने मराठों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हुए उन्हे हरियाणा का पवित्र स्थान कुरूक्षेत्र प्रदान किया। 1756-57 तक मराठे हरियाणा पर पूर्ण रूप से छाये रहे।
33). 1857 की जनक्रान्ति में हरियाणा के शूरवीरों ने महत्पूर्ण भाग लिया किन्तु अंग्रजों ने इस क्रांति को बड़ी बर्बतापूर्वक दबा दिया और झज्जर व बहादुरगढ़ के नवाबों, बल्लभगढ़ वे रेवाड़ी के राजा राव तुलाराम के राज्य छीन लिए। फिर ये राज्य या तो ब्रिटिश सामा्रज्य में मिला लिये गये या नाभा, जीद व पटियाला के शासकों को सौंप दिये गये।
34). इसके बाद हरियाणा पंजाब राज्य का एक प्रान्त बना दिया गया। 1 नवम्बर, 1966 को आधुनिक हरियाणा राज्य अस्तित्व में आया।
35). हरियाणा का अर्थ “भगवान का निवास” होता है जो संस्कृत शब्द हरि (हिन्दू देवता विष्णु) और अयण (निवास) से मिलकर बना है।

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